हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
O Lord! I beseech Your assist and seel your divine blessing at this extremely instant. Help you save and guard me. Ruin my enemies with all your Trishul. Release me within the torture of evil ideas.
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बृहस्पतिदेव की कथा
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर shiv chalisa lyricsl के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य Shiv chaisa पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
Chanting of Shiva Chalisa is done because of the devotees in an effort to make sure you and obtain the blessings of their beloved deity – Lord Shiva.